बीमार होने पर न घबराएं, अस्पतालों में मिल रहीं आवश्यक सेवाएं

बीमार होने पर न घबराएं, अस्पतालों में मिल रहीं आवश्यक सेवाएं - संयुक्त जिला अस्पताल और मुरादनगर सीएचसी कोरोना संक्रमितों के लिए आरक्षित - अन्य सीएचसी और पीएचसी पर मिल रहीं आकस्मिक और सीमित सेवाएं माई सिटी रिपोर्टर गाजियाबाद।  वायरस के संक्रमण के बीच अस्पतालों में मिल रहीं आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं पर किसी भी तरह की कोई रोक नहीं लगायी गयी है। इसके साथ ही शुक्रवार से फीवर डेस्क भी शुरू कर दिया गया, हालांकि अभी मरीजों की संख्या गिनी- चुनी ही है।   संयुक्त अस्पताल एवं मुरादनगर सीएचसी पर सामान्य मरीजों का उपचार बंद  सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि मुरादनगर सीएचसी को कोविड-19 लेबल-1 और संयुक्त जिला अस्पताल को लेबल-2 अस्पताल बनाकर कोरोना संक्रमितों के लिए आरक्षित किया गया है, बाकी सभी अस्पतालों में आकस्मिक स्वास्थ्य सेवाएं एवं फार्मेसी सुविधा, लेबर रूम और डिलीवरी सेवाएं, आकस्मिक प्रसव पूर्व सेवाएं, प्रसव के बाद की देखभाल और बीमार नवजात शिशु देखभाल इकाइयां (एसएनसीयू)- फालोअप क्लिनिक सहित सुचारू रूप से काम कर रही हैं। यह ऐसी सेवाएं हैं जिन्हें किसी भी तरह से स्थगित नहीं किया जा सकता, इसीलिए सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए इन आवश्यक सेवाओं को नियमित रूप से संचालित किया जा रहा है। कोरोना आवश्यक सेवाओं को बहाल रखने के लिए कुछ अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है। विशेष तौर पर कोविड-19 लक्षणों वाली गर्भवती माताओं की देखभाल प्राथमिकता पर अलग से की जाएगी, ताकि स्वस्थ गैर संक्रमित माताओं को संक्रमण से बचाया जा सके। नियमित उपयोग और महिलाओं की डिलीवरी से संबंधित सेवाओं के लिए एंबुलेंस की अलग से व्यवस्था की गयी है,  जबकि कोविड-19 रोगियों के लिए एंबुलेंस की सेवा को अलग से नामित किया गया है। आकस्मिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए स्वास्थ्य केंद्र पर जाने के लिए एंबुलेंस का ही इस्तेमाल करें। अस्पतालों में ऐसी व्यवस्थाएं की गयी हैं जिससे कोई भी व्यक्ति जिसको फ्लू के लक्षण हैं वह अन्य लोगों के संपर्क में न आने पाए। अस्पताल में आने वाले सभी लोगों से सख्ती से सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंशिंग) और मास्क पहनने का पालन कराया जा रहा है। इसके अलावा सभी अस्पतालों का समयानुसार सेनीटाइजेशन कराया जा रहा है।